भारत में शुगर और गैस की बीमारी का असली सच – इलाज या व्यापार?Bhaarat Mein Shugar aur Gas kee Beemaaree ka Asalee Sach – Ilaaj ya Vyaapaar?
क्या शुगर और गैस की बीमारी कभी ठीक नहीं होगी? एक कड़वी सच्चाई
दो बीमारियाँ जो जानबूझकर भारत से नहीं खत्म की जाएंगी
आज के समय में दो ऐसी बीमारियाँ हैं जो कभी भी भारत से खत्म नहीं की जाएंगी – शुगर (डायबिटीज़) और गैस (Acidity/Indigestion)। इन दोनों बीमारियों का खेल सिर्फ सेहत से नहीं, बल्कि बड़े व्यापार और फार्मा कंपनियों के मुनाफे से जुड़ा है।
दवा कंपनियों का खेल: इलाज नहीं, जीवनभर की आदत बनाओ
कोई भी व्यापारी नहीं चाहता कि उसका ग्राहक हमेशा के लिए चला जाए। यही कारण है कि शुगर और गैस की दवाइयाँ ऐसी बनाई जाती हैं कि वो बीमारी को सिर्फ कंट्रोल करें, जड़ से ठीक न करें।
चीनी नहीं, मीठा ज़हर है
भारत चीनी का सबसे बड़ा उपभोक्ता बन चुका है। हम डायरेक्ट नहीं, बल्कि इनडायरेक्ट रूप से चीनी का सबसे ज़्यादा सेवन करते हैं:
- चाय
- बिस्किट
- मिठाई
- आइसक्रीम
टॉफी आदि
यही वजह है कि भारत "शुगर कैपिटल ऑफ वर्ल्ड" बनता जा रहा है।
शैंपू का भी खेल है: सिर्फ ऊपर से साफ़, जड़ में वही समस्या
बिल्कुल वैसे ही जैसे डेंड्रफ शैंपू सिर्फ बालों के ऊपरी हिस्से को साफ़ करता है, लेकिन स्कैल्प की असली समस्या वहीं रहती है, शुगर और गैस की दवाएं भी सिर्फ लक्षणों को दबाती हैं। जैसे ही आप दवा बंद करें, फिर वही बीमारी लौट आती है।
शुगर का अगला निशाना होता है किडनी और लंग्स
शुगर कोई मामूली बीमारी नहीं है। अगर समय रहते कंट्रोल न हो, तो:
- किडनी डैमेज हो सकती है
- लंग्स कमजोर हो सकते हैं
- कोरोना जैसी बीमारियों में यह जानलेवा साबित हो सकती है
लीवर को संभालिए, शुगर पास नहीं फटकेगा
शुगर होने से पहले ही हमारे शरीर में संकेत मिलने लगते हैं। लीवर एंजाइम SGPT और SGOT अगर लंबे समय तक बढ़े हुए हैं, तो यह शुगर का निमंत्रण है। इसलिए जरूरी है कि:
समय-समय पर LFT (Liver Function Test) कराएं
KFT (Kidney Function Test) से किडनी की जांच करें
CBC (Complete Blood Count) भी नियमित रूप से करवाएं
गुड़ बेहतर, चीनी से दूर रहना ही समझदारी
खीर या मिठाई का रंग अच्छा नहीं आता
स्वाद थोड़ा अलग लगता है
पर याद रखिए, गुड़ काला हो सकता है, लेकिन सेहत में उजाला लाता है। दूसरी ओर, चमचमाती सफेद चीनी आपके शरीर को धीरे-धीरे बीमार बनाती है।
निष्कर्ष
शुगर और गैस सिर्फ बीमारियाँ नहीं, बल्कि एक बड़ा उद्योग बन चुके हैं। अगर आप खुद सजग नहीं होंगे, तो ये बीमारियाँ आपको हमेशा के लिए दवा कंपनियों का ग्राहक बना देंगी।
क्या करें?
- प्रोसेस्ड चीनी से बचें
- गुड़ और प्राकृतिक विकल्प अपनाएं
- समय-समय पर लीवर और किडनी की जांच कराएं
- आयुर्वेदिक और घरेलू उपायों पर ध्यान दें
- अपने खान-पान और जीवनशैली को बदलें
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (F&Q)
Q1: क्या शुगर की बीमारी पूरी तरह ठीक हो सकती है?
👉 शुगर एक लाइफस्टाइल-आधारित बीमारी है, जो शुरुआत में कंट्रोल हो सकती है। पूरी तरह ठीक होने का दावा कोई दवा कंपनी नहीं करती।
Q2: क्या गुड़ चीनी से बेहतर है?
👉 हां, गुड़ में आयरन और मिनरल्स होते हैं, जबकि प्रोसेस्ड चीनी शरीर को नुकसान पहुंचाती है।
Q3: क्या डेंड्रफ शैंपू से स्कैल्प की समस्या पूरी तरह ठीक हो जाती है?
👉 नहीं, शैंपू ऊपर से सफाई करता है, लेकिन जड़ की समस्या बनी रहती है।
Q4: शुगर का असर किन अंगों पर सबसे ज्यादा होता है?
👉 किडनी, लिवर और लंग्स सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।
Q5: क्या हमेशा दवा खाना ही एकमात्र उपाय है?
👉 नहीं, सही खान-पान और योग से भी सुधार संभव है। लेकिन डॉक्टर से सलाह जरूर लें।